Tuesday 14 July 2015

हाई कोर्ट के फैसले के बावजूद, स्कूलों में लगाए ताले


पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि निष्कासित शिक्षकों के समर्थन में खाप पंचायतों को प्रदर्शन करने से रोके, लेकिन राज्य सरकार ऐसा करने में नाकाम रही। खाप पंचायत और फतेहाबाद जिले की सामेन गांव के बाशिंदों ने मंगलवार को तीन सरकारी स्कूलों के दरवाजों पर ताला टांग दिया | लोगों ने सरकारी विरोधी नारे लगाते हुए मांग की निकाले गए टीचर्स की बहाली के लिए एक बार फिर बातचीत की जाए। 


एक ग्रामीण ने आरोप लगाया कि सरकारी स्कूल पहले से ही टीचर्स की कमी से जूझ रहे हैं, ऐसे में गेस्ट टीचर्स को हटाने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ेगा। 

इस बीच सर्व कर्मचारी संघ और हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने भी निष्कासित शिक्षकों के समर्थन में एक दिन की भूख हड़ताल की। 

इसी तरह जींद, हिसार, भिवानी और अन्य जिलों के खाप प्रतिनिधियों ने भी सरकारी स्कूलों में ताला लगा दिया और इसी तरह की मांग की। 

हेडमास्टर्स और प्रिंसिपल की शिकायत पर खाप के अज्ञात प्रतिनिधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। डीसीपी आकाशदीप सिंह ने स्कूलों पर ताला लगाए जाने की बात की पुष्टि की। हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद ताले खुलवा लिए गए थे। उन्होंने केस दर्ज किए जाने की बात भी पुष्टि की। रोहतक, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल की खाप ने ऐसा कुछ नहीं किया।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts